इमरान के बाद अब शहबाज सरकार पर भी संकट के बादल, सहयोगी पार्टियों से मतभेद की आशंका
इमरान के बाद अब शहबाज सरकार पर भी संकट के बादल, सहयोगी पार्टियों से मतभेद की आशंका
इस्लामाबाद। इमरान खान को पाकिस्तान की सत्ता से बाहर करने के बाद, शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली नई सरकार पर भी संकट के बादल छा गए हैं। अब शहबाज सरकार भी अस्थिर दिख रही है क्योंकि राजनीतिक दल जो कभी एक-दूसरे के दुश्मन थे वह अब साथ आए हैं लेकिन अभी तक मतभेद दिख रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान सरकार की अस्थिरता के दो प्रमुख कारण हैं। पहला, नई सरकार में कई मंत्री दागी पृष्ठभूमि से हैं और कुछ भ्रष्टाचार और अन्य गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं। जबकि भ्रष्टाचारियों की लिस्ट में खुद शहबाज शरीफ का भी नाम हैं। उन पर धोखाधड़ी और बेईमानी से राष्ट्रीय खजाने को 193 मिलियन पीकेआर का नुकसान करने का आरोप लगा था।
दूसरा मुख्य कारण यह है कि दो प्रमुख गठबंधन सहयोगियों- पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के बीच अंतर्निहित प्रतिद्वंद्विता है। पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने सरकार से बाहर रहने का फैसला किया है, जो दर्शाता है कि पीपीपी पीएमएल-एन के लिए दूसरी भूमिका निभाना पसंद नहीं करेगी। यह टकराव का एक बड़ा कारण हो सकता है, जिससे अस्थिर सरकार बन सकती है।